Friday, July 6, 2012


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मेरा बिश्नोई समाज से जुड़े सभी युवाओ से निवेदन gS सभी दोस्त जिंदगी में कभी भी नशा करने का प्रण ले और अखिल भारतीय बिश्नोई युवा संगठन के इस अभियान का हिस्सा बने और सदस्यता ग्रहण करे !
                                     

सुनील मांझू बिश्नोई
    
प्रदेश प्रभारी: दिल्ली, हरियाणा 
 
अखिल भारतीय बिश्नोई युवा संगठन
     
मो0 09068100029
गाँव सारंगपुर,  तहसील आदमपुर,
 
जिला हिसार (हरियाणा)      

Saturday, January 28, 2012

धोरी मन्ना क्षेत्र में 5 चिंकारा के मारे जाने का मामला सामने आया है


Three poachers were arrested in Dhori Manna region in this district along with a killed Chinkara and two hides, police said here today. The poachers were nabbed during a routine highway checking and the killed animal-which was enlisted in the category of endangered species, was recovered from their vehicle alongwith two dried up hides. The accused have admitted their indulgence in poaching, the police said adding that a case under the Wildlife Protection Act has been lodged against them.

उल्लेखनयी है कि यहां पर अक्सर चिंकारा को मार कर उसकी खाल को निकाल कर बेचा जाता है। जिस पर रोक लगाने के लिए प्रशासन ने अभियान चला रखा हैं। इसी अभियान की तहत ही गिरफ्तारी की गई है।

Tuesday, January 17, 2012

बेचारे बेजुबान जानवर

आज यहाँ पर एक संयुक्त प्रेस वार्ता का आयोजन अखिल भारतीय बिश्नोई युवा संगठन (रजि०), हरियाणा नवनिर्माण सेना, यूथ स्टुडेंट ओर्गेनाइजेशन द्वारा किया गया ! इस प्रेस वार्ता का मुख्य उद्देश्य पुरे भारत में बढ़ रहे शिकार को लेकर किया गया !

इस दोरान अखिल भारतीय बिश्नोई युवा संगठन (रजि०) के दिल्ली प्रदेश प्रभारी, सुनील मांझू बिश्नोई, ने कहा की मुझे आज बहुत अफ़सोस होता ह की, मेरे भारतवर्ष में आज जहा बहुत से लोग पर्यावरण संरक्षण के लिए शहिद हो गए, आज उसी भारतवर्ष में वन्य जीवो का शिकार बहुत तेजी से किया जा रहा ह ! देखा जाये तो अब तो शिकारी बिश्नोई बाहुल्य छेत्र में भी जा कर शिकार कर रहे ह जिस का ताजा उदहारण आदमपुर में हुए शिकार ह ! पर आज सर्कार भी इन सिकरियो के खिलाफ कोई सक्त कदम नहीं उठा रही ह ! बिश्नोई समाज के लोगो ने हमेशा ही पर्यावरण संरक्षण के लिए काम किया ह और आगे भी बिश्नोई समाज करत रहेगा ! अगर सरकार ने अब सक्त कदम नहीं उठाया तो मजबूरन बिश्नोई समाज को कदम उठाना पड़ेगा ! इस दोरान सुनील मांझू बिश्नोई ने कहा की मशुर शूटर मिराज अहमद खान जिन्होंने देश का नाम शूटिंग में चमकाया तो आज देश का नाम मिट्टी में मिलाने का भी काम किया ह ! मै सुनील मांझू बिश्नोई आप सब लोगो को बताना चाहता हु की इस सकस का आप ने जो एक चेहरा देखा ह वह आप ने मशुर शूटर मिराज अहमद खान के रूप में देखो होगा ! पर अब जब में आप को जो इस का दूसरा चेहरा ह वो ह एक शिकारी का ! यहाँ पर ये बहुत बड़ी गेंगे का सरगना ह और यहाँ पर यह व्यक्ति दुसरे देश के लोगो के साथ मिलकर अपने वतन के साथ आज गद्दारी कर रहा ह !
तो अब मेरा दिल कहा रहा ह की अब वक़्त आ गया ह की मिराज को हवाई जहाज की यात्रा की जगह तिहाड़ जेल की चारदीवारी में बंद कर दिया जाये !
ये गद्दार ह, ये बेचारे बेजुबान जानवरों का शिकारी करता ह और उन को फिर विदेशी लोगो को बेचता ह, पर अब और नहीं होगा ऐसा कुछ भी क्यूंकि अब वक़्त आ गया ह की इसे जेल में डाला जाये और भारत सरकार से मांग करेंगे की इस मामले की सी.बी.आई. जाँच की जाये और इस मामले में आरोपित सभी लोगो को सजा दी जाये !

इस दोरान सुनील मांझू बिश्नोई ने कहा की यहाँ पर यहाँ घटना बहुत ही निंदनीय है ! में सभी मेरे बिश्नोई समाज से जुड़े लोगो से आह्वान करता हु की अब इस बार भी इन सब लोगो को जो भी इस घटनाक्रम में साथी थे अहमद खान के सब को जेल में भेजने का वक़्त आ गया है ! क्यूंकि में अब बिश्नोई समाज के लोगो को भावनाओ के साथ जो ये लोग मजाक कर रहे है में इन लोगो को अब और नहीं खेलने देना चाहता बिश्नोई समाज की भावनाओ से ! अगर कोई व्यक्ति आज बड़ा बन गया है तो ये थोडा ही है की वह किसी भी समाज की भावनाओ से खेले ! बिश्नोई समाज को वन्य जीवो और पेड़ पोधो से बहुत प्यार ह और बिश्नोई समाज ने बहुत सी कुरबानिया भी दी ह पर्यावरण संरक्षण के लिए, और अगेर मिराज को सजा दिलाने के लिए कोई क़ुरबानी देनी भी पड़ी तो बिश्नोई समाज हँसते हँसते देने को तेयार ह यहाँ पर भी, पर मिराज अहमद को सजा जरुर दिलाई जाएगी !

इस दोरान यूथ स्टुडेंट ओर्गेनाइजेशन के प्रदेश अध्यक्ष दीपक छाबरा ने कहा की राष्ट्रीय शूटर मिराज अहमद खान वर्तमान में दोहा कतर में है, एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए ! में चाहता हु की जब भी मिराज अहमद खान वापस आये उन्हें आते ही सरकार सकत से सकत सजा दे ! दीपक छाबरा ने कहा की यहाँ पर यहाँ घटना बहुत की बुरी ह भारतवर्ष के लिए, क्यूंकि भारत ऋषि मुनियों की तपो भूमि रही ह और यहाँ पर शिकार होना बहुत दुर्भाग्य की बात ह ! अगर सरकार ने शिकार के मामले में सक्त कदम नहीं उठाया तो जल्द ही यूथ स्टुडेंट ओर्गेनाइजेशन, हरियाणा नवनिर्माण सेना और अखिल भारतीय बिश्नोई युवा संगठन (रजि०) द्वारा पुरे भारत में आन्दोलन किया जायेगा जिस का नेतृत्व अखिल भारतीय बिश्नोई युवा संगठन (रजि०) के दिल्ली प्रदेश प्रभारी सुनील मांझू बिश्नोई द्वारा किया जायेगा !


इस दोरान हरियाणा नवनिर्माण सेना के परदेश अध्यक्ष सुधीर जाखड ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा की अब हरियाणा नवनिर्माण सेना भी इस आन्दोलन में बिश्नोई समाज का साथ देगी और जब तक मिराज अहमद और आदमपुर शिकार मामले के सब आरोपियों को जेल नहीं हो जाती हरियाणा नवनिर्माण सेना भी बिश्नोई समाज को हर तरफ से सहयोग और समर्थन देगी ! क्यूंकि पुरे देश में बिश्नोई समाज ही एक एसा समाज ह जो हमेशा से ही परियावारण के सरंक्षण के लिए कार्य कर रहा ह और बिश्नोई समाज ने बहुत बड़ी बड़ी कुरबानिया भी दी ह पर्यावरण संरक्षण के लिए ! इस लिए हरियाणा नवनिर्माण सेना ने इस आन्दोलन में बिश्नोई समाज का सहयोग देने का मन बनाया ह ! इस दोरान उन्होंने यह भी कहा की पहले भी काफी बड़े लोग बिश्नोई समाज की भावनाओ से मजाक कर चुके है, पर बस अब और नहीं ! मै भारत सरकार से मांग करता हु की देशभर मे शिकार को बिलकुल ही रोक लगायी जाये और जो भी लोग शिकार जेसा घिनोना कार्य करे उनके लिए एक मामूली सजा ना दे के उन्हें कम से कम फांसी या उमर कैद की सजा दी जाये और शिकार के मामले मे जमानत ना देने का भी कानून लाया जाये ! क्यूंकि पहले भी बहुत से लोगो ने शिकार किये और फिर आज भी वो सब लोग आजाद घूम रहे है, क्यूंकि उन लोगो को जमानत मिल जाती है, बिश्नोई समाज की भावनाओ का धयान रखते हुए आप से अनुरोध है की शिकार के मामले मे सकत से सकत सजा का परावधान लाया जाये !

सुनील मांझू बिश्नोई ने कहा की, अगर देखा जाये तो एक और दो अक्टूबर 1998 की रात जोधपुर में दो काले हिरणों के शिकार मामले में सैफ अली, सलमान खान तथा अभिनेत्री नीलम, तब्बू, सोनाली बेद्रे सहित 6 लोगों को आरोपित किया गया। यह मामला यहा एक निचली अदालत में विचाराधीन है। इस के अलावा नवाब पटोदी पर भी हिरन शिकार का मामला विचाराधीन ह ! मेरा दिल कहता है की लगता है यहाँ पर ये मामला विचाराधीन ही रह जायेगा पर इस पर फैसला नहीं आएगा ! में सरकार से बिश्नोई समाज का सदस्य और अखिल भारतीय बिश्नोई युवा संगठन का दिल्ली प्रदेश प्रभारी होने के नाते निवेदन करता हु की इस मामले का फैसला जल्द से जल्द दे और आरोपित सभी व्यक्तियो के खिलाफ कार्यवाही करे ! वरना जल्द ही बिश्नोई समाज के लोगो द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जायेगा तथा जरूरत पड़ी तो आदोलन किया जाएगा।

सुधीर जाखड ने कहा की यहाँ पर अगर जल्द ही सरकार ने इस मामले में जल्द फैसला नहीं दिया तो हरियाणा नवनिर्माण सेना को मजबूरन आन्दोलन करना पड़ेगा और पुरे देश में हरियाणा नवनिर्माण सेना,
यूथ स्टुडेंट ओर्गेनाइजेशन और बिश्नोई समाज के लोगो द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जायेगा तथा जरूरत पड़ी तो आदोलन किया जाएगा।

सुनील मांझू बिश्नोई,
प्रदेश प्रभारी दिल्ली,
अखिल भारतीय बिश्नोई युवा संगठन (रजि०)
मोबाइल : 09711707716, 08010999936
E-mail Id : bishnoi29manjhu@gmail.com


Sunday, May 22, 2011

यूपीए-2 के दो वर्ष

बेटा लायक हो या नालायक, माता-पिता को तो उसका जन्मदिन मनाना ही होता है। यही हो रहा है आज जब यूपीए-2 अपने कार्यकाल के दो वर्ष पूरे कर अपना तीसरा जन्म दिवस मना रही है।

यदि सचमुच कुछ विशेष उपलब्धि सरकार के पास होती तो जश्न मनाना तो स्वाभाविक है। पर इस दिन को मनाना यूपीए की मजबूरी भी है। यदि वह कुछ करे तो लोग ही कहने लगेंगे कि सरकार और इसके घटक दल तो स्वयं ही मान रहे हैं कि उसके पास उपलब्धि के नाम कुछ नहीं है।

हाल ही के पांच राज्य विधान सभा के चुनावों में कांग्रेस को खुशी थोड़ी मिली है और ग़म ज्यादा। बस इज्ज़त बचा ली असम ने, जहां कांग्रेस एक बार फिर अपने दम पर सरकार बनाने में सक्षम हो गई है। केरल में तो डूबती-डूबती नैया बची और उसके खेवनहार कांग्रेसी नहीं मार्क्सवादी स्वयं थे जिन्होंने जी-जान लगा दी अपनी ही अच्यूतानन्दन सरकार को हराने में। 140 के सदन में यूडीएफ के पास केवल 72 सदस्य हैं। कांग्रेस के पास केवल 34 सदस्य हैं औरसैकुलरकांग्रेस अब मुस्लिम लीग और क्रिश्चियन पार्टियों के साम्प्रदायिक एजैण्डे पर चलने में मजबूर होगी।

तमिल नाडू में तो डीएमके के साथ कांग्रेस ही लुटिया भी डूब गई। उधर डीएमके सर्वेसर्वा करूणानिधि गुस्से में हैं कि उन की लाडली बेटी कनीमोज़ी को कांग्रेस जेल भेजने से बचाने में नाकाम रही। इस कारण वह तो इस आयोजन का बहिष्कार ही कर रहे हैं हालांकि वह कल अपनी बेटी को मिलने दिल्ली रहे हैं

पश्चिमी बंगाल में तृणमूल कांग्रेस साम्यवादियों के मज़बूत किले पर विजय पाने में अवश्य सफल रहीं हैं पर इसका श्रेय तो सारे का सारा जाता है ममता दीदी को जिन्होंने कांग्रेस से बग़ावत कर तृणमूल कांग्रेस बना ली थी क्योंकि कांग्रेस अपने संकीर्ण राजनैतिक हित के कारण साम्यवादियों को नाराज़ नहीं करना चाहती थी। कांग्रेस को जितनी भी सीटें वहां मिली है वह अपन बलबूते पर नहीं तृणमूल कांग्रेस को पिच्छलग्गू बन कर मिली हैं।

पुड्डीचेरी में कांग्रेस ने अपनी सरकार खो दी। पिछले एक वर्ष में कांग्रेस ने शायद ही कोई उपचुनाव जीता है जिसमें उसने अपने विरोधियों को हराया हो। राज्य विधान सभा चुनावों के साथ हुये आठ विधान सभी उपचुनावों और एक लोक सभा उपचुनाव में उसे कोई सीट नहीं मिली है। कर्नाटक में जहां राज्यपाल श्री हंस राज भारद्वाज के माध्यम से अपनी राजनीति चला रही है वहां उपचुनाव में वह अपनी दो सीटें भाजपा के हाथों गंवा चुकी है।

सब से अधिक मिटटीप्लीद तो कांग्रेस की अपने ही गढ़ आंध्र प्रदेश में हुई जहां कडप्पा लोक सभा चुनाव में स्वर्गीय वाई एस आर रैड्डी के बेटे जगनमोहन रैड्डी ने सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी दोनों को अपनी औकात दिखा दी। पांच लाख से अधिक मतों से कांग्रेस प्रत्याशी को हरा कर जगन ने स्पष्ट संकेत दे दिया कि 2009 में आंध्र में कांग्रेस की जीत तो कांग्रेस की थी और श्रीमती सांनिया गांधी की बल्कि केवल मात्र उनके पिता की थी। कांग्रेस और तेलगू देशम पार्टी के प्रत्याशियों की ज़मानत भी ज़बत हो जाना कांग्रेस हाईकमान और आंध्र की कांग्रेस सरकार दोनों के लिये बहुत धक्का है।

श्री जगन रैडडी की 5,21,000 से अधिक मतों से यह जीत स्व0 श्री पी0 वी0 नरसिम्हा राव की 5,40,000 से अधिक मतों की जीत से भी अधिक श्रेयस्कर है क्योंकि श्री राव ने उपचुनाव प्रधान मन्त्री होते हुये कांग्रेस के टिकट से लड़ा था और तेलगू देशम ने उनके विरूद्ध उम्मीदवार खड़ा नहीं किया था क्योंकि पहली बार कोई व्यक्ति आन्ध्र प्रदेश से प्रधान मन्त्री बना था जबकि श्री जगन अपने बलबूते पर जीते हैं और कांग्रेस, तेदेपा तथा अन्य दलों ने भी उसका विरोध किया था।

श्री जगन की माता श्रीमती विजलक्षमी ने भी कांग्रेस का उपचुनाव में यही हाल किया।

यह तो हुई राजनीति की बात। और क्षेत्रों में भी तो कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जहां कांग्रेस सिर उठा कर बात कर सके। आज मनमोहन सरकार देश में अब तक की सब से भ्रष्ट सरकार बन कर देश और विश्व के सामने खड़ी है। प्रतिदिन घटते भ्रष्टाचार के घोटालों ने सरकार की अपनी ईमानदारी पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। उसके कई मन्त्री और सांसद जेल में इस सरकार की शोभा बढ़ा रहें हैं।

जब शुरू में 2जी स्पैक्ट्रम घोटाला, राष्ट्रमण्डल खेल घोटाला, आदर्श हाउसिंग जैसे अनेक घोटाले सामने आये तो शुरू में तो सरकार और कांग्रेस सब कुछ ठीक और कानून के अनुसार होने का दावा करती रही। कांग्रेस प्रधान मन्त्री डा0 मनमोहन सिंह ने तत्कालीन संचार मन्त्री राजा को ईमानदार होने का प्रमाणपत्र भी जारी करते रहे। और अब जब उच्चतम न्यायालय की छड़ी उठाने पर कुछ कार्यवाही हुई हे तो उसका यह सरकार कांग्रेस श्रेय लेने का घिनौना प्रयास कर रही है।

विदेशी बैंकों में भारतीयों के काले धन को भी वापस लाने के लिये इस सरकार ने कोई ईमानदार प्रयास नहीं किया है। जिन व्यक्तियों के नाम सरकार के पास हैं सरकार उन्हें भी सार्वजनिक करने में शर्मा रही है। जिन व्यक्तियों ने राष्ट्र का धन चोर कर विदेशों में रखा है उन्हें तो शर्म नही रही पर इस सरकार को उनके नाम जगज़ाहिर करने में हिचकिचाहट है। कारण समझ नहीं आता। यही तो कारण है कि आये दिन कई नेताओं के नाम मीडिया में उभर रहे हैं।

यही कारण है कि आज जनता के मन में यह बात घर कर रही है कि मनमोहन सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दे रही है।

यूपीए प्रथम के समय मनरेगा तथा सूचना के अधिकार जैसे कानून बनाने का श्रेय तो था, पर पिछले दो वर्षों में तो उपलब्धियों के नाम पर उसके पास गिनाने के लिये कुछ है ही नहीं।

आम आदमी का दम तो भरती है। उसके नाम पर यह सरकार वोट तो मांगती है पर पिछले दो सालों में उसके लिये इसने किय कुछ नहीं है।

महंगाई और मुद्रास्फीती रोकने की यह सरकार डींगें तो बार-बार मांगती है पर जो कुछ कर रही है वह सब के सामने है। आम आदमी की प्रतिदिन काम आने वाली आवश्यक वस्तुओं के मूल्यों पर इस सरकार का कोई नियन्त्रण नहीं है। सरकार की अपनी ही रिपोर्ट के अनुसार देश की आधी से अधिक आबादी प्रतिदिन बीस रूपये से कम की आमदनी पर जी रही है। सरकार बताये कि आसमान छूने वाली इस महंगाई में ऐसे व्यक्ति दो वक्त की रोटी कैसे खा पायेंगे?

चुनाव समाप्त होते ही सरकार ने पैट्रोल की कीमन 5 रूपये प्रति लिटर बढ़ा कर मतदाता से छलाव किया है। डीज़ल, रसोई गैस तथा मिटटी के तेल की कीमतें बढ़ायें जाने के चर्चे हैं। सरकार पिछले दो वर्ष में 11 बार इन वस्तुओं की कीमतें बढ़ा चुकी है।

कांग्रेस को तो सिंगूर बना कर चुनाव जीतने के सपने तो देख रही है पर जनता नहीं भूली कि जब सिंगूर में नरसंहार और बलात्कार जैसी घटनायें हो रही थीं तो उसकी पश्चिमी बंगाल की साम्यवादी सरकार से सांठ-गांठ थी क्योंकि साम्यवादी यूपीए को समर्थन दे रहे थे। भूमि अधिग्रहण कानून कई सालों से केन्द्र सरकार के पास लटका पड़ा है।

देश के अनेक राज्यों में किसान आत्महत्यायें कर रहे हैं। आंध्र प्रदेश में ही किसान आन्दोलन कर रहे हैं पर सरकार कुछ नहीं कर रही क्योंकि वहां चुनाव नहीं हैं। कांग्रे यूपी में शोर मचा रही है क्योंकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं है और वहां अगले वर्ष चुनाव हैं।

यूपीए सरकार कई सालों से बड़ा शोर मचा रही है कि पाकिस्तान के पास 50 ऐसे अपराधी हैं जिनकी आतंकी अपराधों के लिये भारत का तलाश है। पर अब दो ऐसे व्यक्ति उजागर हुये हैं जो सीबीआई की हिरासत में हैं। इससे सरकार की भी और देश की भी खिल्ली उड़ी है। उपर से केन्द्रिय गृह मन्त्री कहते हैं कि इस में शर्मिन्दा होने वाली बात नहीं है। तो क्या इस नालायिकी पर देश गर्व करे?

ऐसी अवस्था में आज जो समारोह हो रहा है वह किस बात का है? सरकारी खर्च पर अपनी असफलताओं और काले कारनामों को छपाने का एकमात्र प्रयास है।