Monday, February 28, 2011

हमारे देश की वो हकिकत जो ये हकिकत बयां करती है कि अभी हम आगे नही बढ सकेंगे

बोफोर्स घोटाला- 64 करोड़ रुपए यूरिया घोटाला- 133 करोड़ रुपए चारा घोटाला- 950 करोड़ रुपए शेयर बाजार घोटाला- 4000 करोड़ रुपए सत्यम घोटाला- 7000 करोड़ रुपए स्टैंप पेपर घोटाला- 43 हजार करोड़ रुपए कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला- 70 हजार करोड़ रुपए 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला- 1 लाख 67 लाख करोड़ रुपए अनाज घोटाला- 2 लाख करोड़ रुपए . ये है.......... __________हमारे देश की वो हकिकत जो ये हकिकत बयां करती है कि अभी हम आगे नही बढ सकेंगे । हमारे देश में बढते भ्रष्टाचार के लिये कोई एक व्यक्ति दोषी नही है.! बल्कि इनकी जडों में जाते ही हमें नेता और अधिकारी ही नजर आते हैं । यदि किसी नेता का कोई सगा संबंधी या दोस्त भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है (जैसा कि सोनिया- क्वात्रोची) तो कार्यवाही केवल उस पर कंद्रित हो जाती है और यही है हमारे देश में बढ रहे भ्रष्टाचार की नींव । : सोच कर देखें कि यदि क्वात्रोची को गिरफ्तार ना होने की दशा में सोनिया की गिरफ्तारी की जाती तो क्या होता.?.?.? इसका जवाब कोई नही देगा क्योंकि उस समय देश के सारे नेता अपनी अपनी चढ्डी उतरने से बचाने के लिये एक साथ मंच पर खडे हो जाते । अब हमें ये सोचना है कि जब हमारे देश के विधान बनाने वाले ही करप्ट हैं तो देश को हम कैसे बचाएंगे । __"मैं कोई अर्थशास्त्री नही हूँ"__ ...........................................लेकिन इतना जरूर बता सकता हूँ कि यदि कानून बनाने वाले और उस कानून का पालन करने वाले अलग अलग हों तभी कोई प्रभावशाली कार्यवाही हो सकती है जबकि अभी होता ये है कि कानून बनाने वाली संसद से लेकर उसका पालन करने वाली संस्था तक सब कुछ नेताओं के द्वारा संभव होता है । नेता न्यायपालिका को अपने प्रभाव में लेने का भी कुत्सिक षणयंत्र रच रहे हैं ताकि वह भी उनके हाथों में आ जाये और देश को इत्मिनान से खोखला किया जा सके । . मैं व्यंग्य की भाषा में बहुत कुछ कह सकता था लेकिन लगा कि जब पूरे देश को शेष विश्व हास्यापद नजरों से देख रहा है.! तो साफ साफ कहना ही ज्यादा बेहतर समझकर सीधे सीधे लिख रहा हूँ । सच तो ये है...... _____________बढते भ्रष्टाचार के साथ साथ देश की जेब ढिली हो रही है, जो पैसा देश का है, . उसे तो नेता अधिकारी मजे से खा रहे हैं और देश को विदेश के कर्ज से चला रहे हैं । ___भारतीय गरीब है लेकिन भारत देश कभी गरीब नहीं रहा"___ ... ये कहना है स्विस बैंक के डाइरेक्टर का. . स्विस बैंक के डाइरेक्टर ने यह भी कहा है कि........ . भारत का लगभग 280 लाख करोड़ रुपये, (280 ,00 ,000 ,000 ,000) उनके स्विस बैंक में जमा है.! ये रकम इतनी है कि भारत का आने वाले 30 सालों का बजट बिना टैक्स के बनाया जा सकता है. . या यूँ कहें कि 60 करोड़ रोजगार के अवसर दिए जा सकते है. . या यूँ भी कह सकते है कि भारत के किसी भी गाँव से दिल्ली तक 4 लेन रोड बनाया जा सकता है. . ऐसा भी कह सकते है कि 500 से ज्यादा सामाजिक प्रोजेक्ट पूर्ण किये जा सकते है. . ये रकम इतनी ज्यादा है कि अगर हर भारतीय को 2000 रुपये हर महीने भी दिए जाये तो 60 साल तक ख़त्म ना हो. . यानी भारत को किसी वर्ल्ड बैंक से लोन लेने कि कोई जरुरत नहीं है.! . जरा सोचिये हमारे भ्रष्ट राजनेताओं और नोकरशाहों ने कैसे देश को लूटा है, और ये लूट का सिलसिला अभी तक 2010 तक जारी है. . अंग्रेजो ने हमारे भारत पर करीब 200 सालो तक राज करके करीब 1 लाख करोड़ रुपये लूटा. . मगर आजादी के केवल 64 सालों में हमारे भ्रस्टाचार ने 280 लाख करोड़ लूटा है. . एक तरफ 200 साल में 1 लाख करोड़ है और दूसरी तरफ केवल 64 सालों में 280 लाख करोड़ है. . यानि हर साल लगभग 4.37 लाख करोड़, या हर महीने करीब 36 हजार करोड़ भारतीय मुद्रा ____________________________________स्विस बैंक में इन भ्रष्ट लोगों द्वारा जमा करवाई गई है. . भारत को किसी वर्ल्ड बैंक के लोन की कोई दरकार नहीं है. . सोचो की कितना पैसा हमारे भ्रष्ट राजनेताओं और उच्च अधिकारीयों ने ब्लाक करके रखा हुआ है . . हमे भ्रस्ट राजनेताओं और भ्रष्ट अधिकारीयों के खिलाफ जाने का पूर्ण अधिकार है. . हाल ही में हुवे घोटालों का आप सभी को पता ही है--- . CWG घोटाला, . २ जी स्पेक्ट्रुम घोटाला, . आदर्श होउसिंग घोटाला... _________________और ना जाने कौन कौन से घोटाले..? . अभी उजागर होने वाले है........ . आप लोग जोक्स फॉरवर्ड करते ही हो. . इसे भी इतना फॉरवर्ड करो की पूरा भारत इसे पढ़े ... __________________________________और एक आन्दोलन बन जाये..!